Saturday, April 16, 2011

संवेदना

(ज़िंदगी के शोर,
राजनीती की  आपाधापी,
रिश्ते-नातों की गलियों और
क्या खोया क्या पाया के बाज़ारों से आगे,
सोच के रास्ते पर कहीं एक ऐसा नुक्कड़ आता है, जहाँ पहोंच कर इन्सान एकाकी हो जाता है...
... और तब जाग उठता है कवि |

फिर शब्दों के रंगों से जीवन की अनोखी तस्वीरें बनती हैं...
कविताएँ और गीत सपनों की तरह आते हैं और कागज़ पर हमेंशा के लिए अपने घर बना लेते हैं |

अटलजी की ये कविताएँ ऐसे ही पल, ऐसी ही क्षणों में लिखी गयी हैं, जब सुनने वाले और सुनाने वाले में, "तुम" और "मैं" की दीवारें टूट जाती हैं,
दुनिया की सारी धड़कनें सिमट कर एक दिल में आ जाती हैं,
और कवि के शब्द, दुनिया के हर संवेदनशील इन्सान के शब्द बन जाते हैं |

                                                  - महान अभिनेता डॉ. अमिताभ बच्चन द्वारा उवाचित)



क्या खोया, क्या पाया जग में,
मिलते और बिछुड़ते मग में;
मुझे किसी से नहीं शिकायत,
यद्यपि छला गया पग-पग में |
एक दृष्टि बीती पर डालें, यादों की पोटली टटोलें !
अपने ही मन से कुछ बोलें !
अपने ही मन से कुछ बोलें !...


पृथ्वी लाखों वर्ष पुरानी,
जीवन एक अनन्त कहानी;
पर तन की अपनी सीमाएँ,
यद्यपि सौ शरदों की वाणी |
इतना काफ़ी है अंतिम दस्तक पर, खुद दरवाज़ा खोलें !
अपने ही मन से कुछ बोलें !
अपने ही मन से कुछ बोलें !

जन्म-मरण अविरत फेरा,
जीवन बंजारों का डेरा;
आज यहाँ, कल कहाँ कूच है ?
कौन जानता किधर सवेरा !
अंधियारा आकाश असीमित, प्राणों के पंखों को तौलें ! 
अपने ही मन से कुछ बोलें !
अपने ही मन से कुछ बोलें !
                                    
                                           (पूर्व प्रधानमंत्री माननीय श्री अटल बिहारी बाजपाई द्वारा कृत)

1 comment:

  1. અહીં આ કવિતા તેમજ આલ્બમ કવર મુકવાનો હેતુ ફક્ત જ્ઞાન - વહેંચણીનો છે. છતાં, તેમાં ક્યાંય વ્યાપારિક હેતુસરના કોપીરાઈટનો ભંગ થતો હોય તો જાણ થયે આ નોટ તુરંત હટાવી લેવામાં આવશે.

    फेसबुक पर इस नोट की रचना का हेतु केवल और केवल ज्ञान को बांटना ही है | यद्यपि, इस से अगर किसी व्यापारिक हेतु और कोपीराइट का उल्लंघन होता है, तो सूचना मिलते ही इसे हमेंशा के लिए यहाँ से हटा दिया जायेगा |

    The aim of creating this note and putting the poem with album cover overhere, is purly knowledge sharing. Eventhough, if it is known that the note and its containts violate any of commercial copyright, it will be removed permenantly from facebook.

    ReplyDelete